Tuesday, 27 November 2012

CBSE Board की आंसरशीट की होगी डिजिटल जांच


•रश्मि शर्मा
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) वर्ष 2013 में होने वाली परीक्षाओं में कंप्यूटर से उत्तर पुस्तिका की ऑनस्क्रीन मार्किंग की योजना शुरू करने जा रहा है। पहले चरण में दसवीं की परीक्षा से इसकी शुरुआत होगी। 2014 में बारहवीं की परीक्षाओं की कॉपी की भी डिजिटल तरीके से जांची जाएगी। सीबीएसई की इस योजना से कॉपी जांचने के काम में पारदर्शिता आएगी और समय की बचत भी होगी। सीबीएसई इसके लिए बाहरी एजेंसी की मदद लेगा।
कंप्यूटर आधारित स्कैनिंग और आंसरशीट की ऑन स्क्रीन मार्किंग से जहां उत्तर पुस्तिकाओं का डिजिटल भंडारण किया जा सकेगा, वहीं पुनर्मूल्यांकन करवाने वाले छात्रों को भी संतुष्ट किया जा सकेगा। इससे सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का पालन भी हो जाएगा, जिसमें कोर्ट ने आरटीआई के तहत छात्रों को आंसरशीट दिखाना अनिवार्य किया है। सीबीएसई की सोच है कि कंप्यूटर से आंसरशीट की मार्किंग होने से न केवल रिजल्ट जल्दी आएगा, बल्कि पारदर्शिता भी बनी रहेगी।
कैसे होगी ऑन स्क्रीन मार्किंग
ऑन स्क्रीन मार्किंग के लिए कंप्यूटर पर आंसरशीट उपलब्ध होगी। उत्तर पुस्तिकाओं को स्कैन करके एक सेंट्रल सर्वर में एकत्र किया जाएगा। फिर इन्हें केंद्रों पर चेक होने के लिए भेजा जाएगा। इन्हें शिक्षक कंप्यूटर पर ही जांचेंगे। इसमें अंक भी डिजिटल तरीके से दिए जाएंगे। लिहाजा कंप्यूटर गलत अंक लेगा ही नहीं। जिस सवाल के लिए जो अंक निर्धारित किए गए हैं गलती से भी उससे ज्यादा अंक नहीं दिए जा सकेंगे।

UPTET-प्रशिक्षु शिक्षकों के 72,825 पदों पर भर्ती होगी-बेसिक शिक्षा मंत्री

प्रशिक्षु शिक्षकों के 72,825 पदों पर भर्ती होगी बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने बताया कि प्रदेश में 72, 825 पदों पर प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती होगी। विधानसभा में शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में छात्र एवं अध्यापक अनुपात 38: 1 के अनुसार नियुक्तियां की जानी है। भाजपा के उपेंद्र तिवारी के प्रश्न के उत्तर में मंत्री रामगोविंद चौधरी ने बताया बीटीसी 2004 प्रशिक्षण वर्ष 2009 में चयनित 9900 अभ्यर्थियों में से नियुक्ति के बाद शेष प्रशिक्षितों की तैनाती का फैसला केंद्र सरकार से निर्देश प्राप्त होने के बाद भी संभव हो सकेगा। होमगा‌र्ड्स की भत्ता वृद्घि नहीं होगी विधानसभा के प्रश्न काल में होमगा‌र्ड्स, प्रांतीय रक्षा दल व व्यावसायिक शिक्षा विभाग के मंत्री ब्रंााशंकर त्रिपाठी ने होमगार्डस का भत्ता बढ़ाने से इन्कार किया। त्रिपाठी ने बताया कि वित्तीय संसाधनों के चलते ड्यूटी भत्तों में फिलवक्त बढ़ोतरी संभव नहीं है। पूरे वर्ष होमगा‌र्ड्स की डयूटी लगाने व नियमित करने भी मंत्री द्वारा इनकार किया गया। पीआरडी स्वयंसेवकों का भत्ता बढ़ेगा सरकार ने प्रांतीय रक्षा दल पीआरडी के स्वयंसेवकों का मानदेय बढ़ाने पर विचार किए जाने का आश्र्वासन दिया है। बसपा के धर्मपाल सिंह के प्रश्न के उत्तर में प्रांतीय रक्षा दल मंत्री ब्रंााशंकर त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही इस बारे में फैसला होगा। अक्षय पात्र मिड डे मील योजना शेष जिलों में भी बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी ने बताया कि मथुरा जिले में अक्षय पात्र संस्था द्वारा मिड डे मील उपलब्ध कराने का योजना को अन्य जिलों में लागू किया जाएगा। मथुरा के अलावा लखनऊ, कन्नौज, कानपुर नगर और आगरा में मिड डे मील योजना अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा संचालित कराने को कहा गया है। इसके अलावा जिन जिलों में रसोई स्थापित करने को भूमि व धनराशि उपलब्ध करा दी जाएगी। सत्र अवधि बढ़ाने पर न हो सका फैसला लखनऊ: विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाने की विपक्षी दलों की मांग पर मंगलवार को फैसला नहीं हो सका जबकि बुधवार को गुरुनानक जयंती का अवकाश होने के कारण सदन की बैठक नहीं होगी।

UPTET - पुलिस और शिक्षा विभाग में होंगी भर्तियां - सीएम


मैनपुरी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जल्द ही सूबे के बेरोजगारों को नौकरी मिलेंगी। पुलिस और शिक्षा विभाग में भी नई भर्तियां होगी। टीईटी पर भी उनकी सरकार जल्द फैसला लेगी। उन्होंने प्रमुख विपक्षी दल बसपा पर विरोध की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश सरकार अपने वायदों पर खरी उतर रही है।
मंगलवार को भोगांव के सपा विधायक आलोक शाक्य के छोटे भाई अखिलेश शाक्य की शादी में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान बसपा की सियासत पर सवाल उठाए। सीएम ने कहा कि बसपा विरोध की राजनीति कर रही है। अनुपूरक बजट पेश करते समय विधानसभा में जिस तरह से हंगामा किया, वह सबके सामने है। पत्थरों की राजनीति करने वाले अब कल्याणकारी कार्यक्रमों में अड़ंगा डाल रहे हैं। विधानसभा चलने नहीं दे रहे। जहां तक सपा सरकार का सवाल है, वह वायदों पर खरी उतर रही है। विकासोन्मुख बजट बनाया गया है। कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। हर वर्ग का ख्याल सरकार ने रखा है। चाहे वह बेरोजगार हों या किसान। सरकार टीईटी उत्तीर्ण परीक्षार्थियों पर जल्द फैसला लेगी।
अलीगढ़ में बनाए जा रहे मुलायम सिंह यादव के मंदिर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई अपने रुपयों से मंदिर-पार्क बनवा रहा है, तो बनवाए। प्रदेश का खजाना फिजूलखर्ची के लिए नहीं है। अब प्रदेश में किसी की मूर्ति लगेगी तो वह सरकारी खर्चे पर नहीं लगेगी। खाप पंचायतों के फैसलों पर अखिलेश चुप्पी साध गए।


शिक्षामित्र की परीक्षा के पेपर आए


फर्रुखाबाद, शिक्षा संवाददाता : शिक्षामित्रों के दो वर्षीय विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के प्रथम व द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्नपत्र राजकीय इंटर कालेज फतेहगढ़ परीक्षा केंद्र पर आ गए। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा 29 तथा द्वितीय सेमेस्टर की 30 नवंबर को परीक्षा है।

परीक्षा नियामक प्राधिकारी इलाहाबाद से आये विशेष वाहक ने प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिकाएं जीआईसी फतेहगढ़ के प्रधानाचार्य बृज कुमार सिंह को प्राप्त कराए। जीआईसी के प्राध्यापक पीएस यादव ने बताया कि प्रथम सेमेस्टर के अवशेष 2 परीक्षार्थी तथा द्वितीय सेमेस्टर के 537 परीक्षार्थी हैं। प्रथम प्रश्नपत्र 10 से 1 बजे तथा द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा उसी दिन 2 से 5 बजे की पाली में होगी। महिला शिक्षामित्र परीक्षार्थियों की तलाशी के लिए राजकीय बालिका इंटर कालेज से 15 शिक्षिकाओं की मांग की गई है।

कल बंटेंगे प्रश्नपत्र

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राध्यापक राजेश यादव ने बताया कि इलाहाबाद से 27 नवंबर को प्रश्नपत्र आ जाएंगे। 28 को वितरित किये जाएंगे। डायट प्राचार्य नंदलाल यादव ने नकल विहीन परीक्षा के इंतजामात पर विचार किया।

सत्यापन को जायेंगे प्रमाणपत्र

संदेहास्पद प्रमाणपत्रों के घेरे में आए 159 शिक्षामित्रों के प्रमाणपत्रों की विभागीय जांच अंतिम चरण में है। बीएसए भगवत प्रसाद पटेल ने बताया कि बाद में इन प्रमाणपत्रों को सत्यापन के लिए संबंधित माध्यमिक शिक्षा बोर्डो में भेजा जाएगा।

Monday, 26 November 2012

Shocking News for UP TET and Vishist BTC candidates of UP

Uttar Pradesh Govt. is in no mood of taking any step regarding notification for rcruitment of UP TET candidates before 06/12/2012 but it is ready to give some new answer to the court on prescribed date.
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No Extension for B.Ed. Holders by NCTE

In an answer to a RTI query NCTE has said that there is no such notifiacation by NCTE regarding Extension  in time for B.Ed. degree holders to be recruited as teachers in Primary Schools after 01/01/2012.
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Hope for UP TET and Vishist BTC candidates of Uttar Pradesh

Announcement of recruitment of 2 lakh primary teaches in Primary schools of Uttar Pradesh, by UP CM Akhilesh Yadav, activated all the related departments and also a ray of hope to all the UP TET and Vishist BTC candidates of UP.
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दो लाख शिक्षकों की भर्ती होगी: अखिलेश

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आगामी डेढ़-दो वर्षों में दो लाख से ज्यादा शिक्षकों के अलावा पुलिस और पीएसी में भी बड़ी संख्या में भर्तियां होंगी। नौकरी के लिए बेरोजगार अभी से बाकी चीजों से ध्यान हटाकर मेहनत से अपनी पढ़ाई पूरी करें। प्रदेश सरकार गांवों के पारंपरिक खेलों को आगे बढ़ाएगी। पिछली सरकार ने तो स्टेडियम में डायनामाइट लगा दिया था।

मुख्यमंत्री शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला खेल कम्पटीशन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। वह दोपहर 1:20 बजे एसएस मैमोरियल कालेज में बने हैलीपैड पर उतरने के बाद सीधे स्टेडियम पहुंचे। यहां उनका बैंड बाजे से स्वागत हुआ। वालीबाल का फाइनल मैच देखने के बाद उन्होंने कहा कि जो जीते और हारे हैं, सभी को बधाई। महिला खिलाड़ियों ने ओलंपिक में देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने माना कि खेलकूद के मामलों में अन्य प्रांतों से यूपी और बिहार थोड़ा पीछे हैं। क्रिकेट तो खेतों तक में खेला जा रहा है। सरकार गांवों के पारंपरिक खेलों को आगे बढ़ाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने ही प्रदेश में यश भारती पुरस्कार की शुरुआत की थी। अब यह सम्मान राशि पांच लाख से बढ़ाकर 11 लाख रुपए कर दी गई है। कोच एवं खिलाड़ियों का डाइट भत्ता भी बढ़ाया जाएगा। उन्हीं की वजह से यहां राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हो रही हैं। सैफई देश का इतना विकसित गांव बन गया है। पिछली सरकार ने खेलकूद को बढ़ावा देना तो दूर, स्टेडियम में डायनामाइट लगा दिया था। सपा सरकार में ही वर्ष 2005 में सैफई में राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिताएं हुई थीं। खेल राज्य मंत्री राम करन आर्या ने कहा कि प्रदेश के 75 जिलों में कोच उपलब्ध हो जाएं तो प्रतिभाएं और निखर जाएंगी। मुख्यमंत्री ने इस पर भी विचार करने का आश्वासन दिया।

टीईटी के करोड़ों रुपये का नहीं मिल रहा हिसाब


• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2011 के पैसों का हिसाब नहीं मिल पा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग पिछले तीन महीनों से लगातार पत्राचार कर रहा है कि टीईटी फार्म भरने वालों से मिले पैसे का हिसाब कर दिया जाए। यह बताया जाए कि परीक्षा कराने पर कितने खर्च हुए और अभी कितना बचा हुआ है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग है कि हिसाब देने को तैयार नहीं है।
यूपी में वर्ष 2011 में पहली बार टीईटी आयोजित कराई गई थी। बेसिक शिक्षा विभाग से आयोजित होने वाली परीक्षा माध्यमिक शिक्षा विभाग को सौंप दी गई थी। उस समय टीईटी के लिए करीब 14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। सामान्य और पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों से 500 और अनुसूचित जाति व जनजाति से 250 रुपये परीक्षा शुल्क लिया गया। माध्यमिक शिक्षा विभाग को इससे करीब 16 कराड़ रुपये की आय हुई। जानकारों का कहना है कि परीक्षा कराने के लिए प्रत्येक मंडलों को 30 से 32 लाख रुपये दिए गए। इस हिसाब से इसके आयोजन पर करीब 5 करोड़ 75 लाख रुपये के आसपास खर्च हुआ।
इसके अलावा परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने वाली कंप्यूटर कंपनी को करीब 5 करोड़ रुपये दिए जाने की बात प्रकाश में आई है। अन्य पैसे कहां गए इसका पता नहीं चल रहा है। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए है। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने माध्यमिक शिक्षा विभाग को सितंबर 2012 में पहला पत्र लिखा कि टीईटी के आयोजन की जिम्मेदारी परीक्षा नियामक प्राधिकारी को सौंप दी गई है। इसलिए टीईटी 2011 के आयोजन के बाद जो पैसा बचा है, उसे परीक्षा नियामक प्राधिकारी को सौंप दिया जाए। प्रमुख सचिव के इस पत्र के बाद भी टीईटी के पैसों का हिसाब नहीं दिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पुन: माध्यमिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है कि पैसा वापस कर दिया जाए।